पीपल गांव के रहने वाले राजू पाल अपनी 35 वर्षीय पत्नी सुलेखा के साथ मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करता है. शुक्रवार को भी वे दोनों मजदूरी करने के लिए आए थे. काम खत्म करने के बाद रात में सुलेखा को साइकिल पर बैठाकर राजू घर वापस लौट रहा था. दोनों ट्रिपल आइटी चौराहे के पास पहुंचे ही थे कि तभी तेज रफ्तार से गुजरी एक गाड़ी ने जोरदार टक्कर मार दी. सुलेखा और राजू को गंभीर चोटे आ गई आ गई. स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस ने दोनों की स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया जहां शनिवार को इलाज के दौरान सुलेखा की मौत हो गई. जिससे परिवार में मातम छा गया. सुलेखा के बच्चे इस अनहोनी की वजह से बेसहारा हो गए हैं. दुर्घटना में मां की मौत हो गई और पिता अस्पताल में भर्ती है.
सड़क पर आप पूरी सावधानी बरतें तब भी दूसरों की लापरवाही घातक साबित होती है. अक्सर ऐसा होता है कि कोई शख्स सही तरीके से और सही रफ्तार पर गाड़ी चला रहा होता है तभी पीछे या सामने से कोई अनियंत्रित गाड़ी चपेट में ले लेती है. मौजूदा समय में सड़क सुरक्षा माह मनाया जा रहा है जिसके तहत लोगों को नियमों के पालन के लिए जागरूक किया जा रहा है लेकिन तब भी लोग सुधरते नहीं है.