प्रयागराज में फौजी आशुतोष कुमार सिंह हत्याकांड का सातवां आरोपित भी पकड़ा गया। उसे पुलिस ने सोमवार की देर रात गिरफ्तार कर लिया है। अब पुलिस इस हत्याकांड का आधिकारिक रूप से पर्दाफाश करने में जुट गई है। पुलिस इस तथ्य का पता लगा रही है कि किस-किस ने फौजी पर हमला किया और किसने उसके साथ आई युवती के साथ हैवानियत की थी। पुलिस का कहना है कि फौजी की पड़ोसी चश्मदीद युवती ने पहले यह कहते हुए सामूहिक दुष्कर्म की बात स्वीकार नहीं की थी, क्योंकि उसे लोकलाज का भय था। परिवार के लोगों की भी चिंता सता रही थी। इस कारण उसने ऐसी घटना होने से मना किया और मेडिकल भी नहीं कराया। जब उसे सच को सामने लाने का एहसास हुआ तो उसने हकीकत बयां कर दी। युवती ने अपने बयान में कहा कि जब वह फौजी के साथ कार से मोमोज लेने के लिए गई थी तो रास्ता भटककर गयासुद्दीनपुर इलाके में पहुंच गई। रास्ते में मौजूद युवकों काे हटाने के लिए जब फौजी ने गाड़ी का हार्न बजाया तो विवाद हो गया। इसके बाद सभी युवक उससे यानी युवती से अश्लील हरकत करने लगे। विरोध करने पर फौजी की हत्या कर दी और फिर उसके साथ एक-एक कर सभी ने दुष्कर्म किया। हमला होने पर उसने फौजी की पत्नी को बताया और दुष्कर्म के बाद पुलिस को सूचना दी थी। बहरहाल, इंस्पेक्टर धूमनगंज अरुण चतुर्वेदी का कहना है कि बयान के आधार पर मुकदमे में सामूहिक दुष्कर्म की धाराएं बढ़ा दी गई हैं और युवती का मेडिकल भी कराया जा रहा है। धूमनगंज के महेंद्र नगर निवासी आशुतोष सिंह जम्मू-कश्मीर में हवलदार के पद पर तैनात थे। शुक्रवार रात वह अपना प्लॉट देखने के लिए घर से निकले थे और रास्ते में पड़ोस की युवती मिल गई। इसके बाद घटना हुई थी। एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह का कहना है कि मामले का पर्दाफाश जल्द ही होगा।