प्रयागराज के हासिमपुर इलाके में स्थित सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज अशोक भूषण के घर के बाहर बमबाजी करने वाले 2 और युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है. यह गिरफ्तारी क्राइम ब्रांच की टीम ने की है.
बता दें राम मंदिर पर फैसला सुनाने वाले रिटायर्ड जज के घर बम बाजी के मामले को शासन ने गंभीरता से लिया था. इसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को इस मामले की गहन छानबीन के निर्देश दिए गए थे. इस मामले में पुलिस चार लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.
रिटायर्ड जस्टिस अशोक भूषण का हासिमपुर क्षेत्र में पैतृक निवास है. वहां उनके भाई इलाहाबाद हाई कोर्ट के एडवोकेट अनिल भूषण रहते हैं. 23 अगस्त की रात बाइक सवार युवकों ने रिटायर्ड जज के घर पर बमबाजी कर दी थी. इससे अफरा तफरी मच गई थी. पुलिस के अधिकारियों को जब ये बात पता चली कि यह घर रिटायर्ड जस्टिस अशोक भूषण का है जिन्होंने राम मंदिर पर चर्चित फैसला सुनाया था तो वे सकते में आ गए.
क्यों हुई बमबाजीः
गिरफ्तार किए गए तुषार और वंश ने पुलिस को बताया रिटायर्ड जस्टिस अशोक भूषण के घर के पास चाय की एक दुकान है। चाय की दुकान चलाने वाले परिवार की लड़की से प्रकाश पासी की दोस्ती थी. उसकी छोटी बहन का कुछ दिन पहले रजत और आकाश ने अपहरण कर लिया गया था.
पुलिस ने इसकी रिपोर्ट लिख ली थी। रामबाग का सनी उर्फ मामा लड़की की मां को मुकदमा वापस लेने के लिए धमका रहा था. लड़की की मां मुकदमा वापस लेने को तैयार नहीं थी. इसपर सभी ने मिलकर लड़की की मां को डराने के लिए उसके घर को निशाना बनाकर बमबाजी कर दी थी.