प्रयागराज: स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल को कोरोना काल में लेवल थ्री कोविड अस्पताल बनाया गया था. इस अस्पताल में ड्यूटी करने वाले करीब 100 स्टाफ को सात माह का बकाया भुगतान मांगने पर गुरुवार को बाहर कर दिया गया. अस्पताल प्रशासन ने साफ कह दिया गया कि उनकी ड्यूटी सिर्फ तीन माह के लिए ही थी. अब उनकी ड्यूटी खत्म हो चुकी है. इससे नाराज स्टाफ नर्स, वार्ड आया व वार्ड ब्वाय धरने पर बैठ गए हैं. उनका कहना है कि अप्रैल से कोविड वार्ड में ड्यूटी कर रहे हैं लेकिन अब उन्हें बाहर किया जा रहा है. जबकि नियुक्ति के समय यह नहीं बताया गया था कि उन्हें सिर्फ तीन माह के लिए ही रखा जा रहा है.
एसआईसी आफिस के बाहर धरने पर बैठे अस्पतालकर्मियों ने अस्पताल प्रशासन, प्राचार्य व एसआईसी मुर्दाबाद के नारे भी लगाए. धरने में शामिल आंचल, अनीता पटेल, शरद सिंह, नीरमा उपाध्याय, आरती, प्रतिमा शुक्ला आदि ने कहा कि उन्होंने सात माह जो काम किया है उसका पूरा भुगतान किया जाए और उन्हें वापस काम पर लगाया जाए.
स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. एके सक्सेना ने कहा कि तीन माह का वेतन जल्द ही मिल जाएगा. जीत सिक्योरिटी एजेंसी के जरिए इन सभी को कोरोना काल में रखा गया है. अब इसमें अस्पताल प्रशासन का क्या कर सकता है. यह कहकर डा. सक्सेना ने टाल मटोल कर दिया.