इलाहाबाद विश्वविद्यालय की संविदा भर्ती विवादों के घेरे में आ गई है. संविदा भर्ती के तहत निकाले गए 2019 पदों को लेकर एक वीडियो और ऑडियो वायरल हुआ है. इसमें भर्ती के नाम पर पैसे मांगे जा रहे हैं. यह भी दावा किया जा रहा था कि पैसे देने पर चयन एकदम पक्का है. यह मामले का संज्ञान में आने के बाद UGC ने विश्वविद्यालय प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है.
इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने विभिन्न प्रकार के 219 पदों पर संविदा भर्ती के लिए टेंडर के माध्यम से एजेंसी का चयन किया था. एजेंसी ने भर्ती के लिए मार्च 2021 में विश्वविद्यालय के गेस्ट हाउस में साक्षात्कार का आयोजन किया था. इस दौरान एक व्यक्ति ने खुद को एजेंसी का कर्ताधर्ता बताकर भर्ती के नाम पर घूस की डिमांड की है. इसका आडियो और वीडियो वायरल हुआ है.
इलाहाबाद विश्वविद्यालय की जनसंपर्क अधिकारी डॉक्टर जया कपूर का कहना है कि यूजीसी का पत्र मिला था, जिसका जवाब भेज दिया गया है। इस संदर्भ में पहले यह स्पष्ट किया जा चुका है की वायरल वीडियो के सभी तक मनगढ़ंत और झूठे हैं.