प्रयागराज में गंगा और यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. राजस्थान के धौलपुर और मध्य प्रदेश के चंबल बैराज से 17.85 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. इससे गंगा और यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. गंगा और यमुना खतरे के निशान से महज दो मीटर ही नीचे हैं.
तटीय इलाकों में करीब 700 मकानों में बाढ़ का पानी घुस गया है. आशंका है कि शनिवार तक तीन हजार मकानों तक बाढ़ का पानी पहुंच जाएगा. प्रशासन ने एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पीएसी की टीमों को एलर्ट किया है. लोगों को पहले से ही सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए व्यवस्था की जा रही है. प्रशासन ने राहत-बचाव के लिए हेल्पलाइन नंबर 0532-2641577, 2641578 जारी कर दिया है.
बाढ़ नियंत्रण बोर्ड के अनुसार फाफामऊ में गंगा का जलस्तर करीब 95 सेमी. बढ़ा है. नैनी में यमुना का जलस्तर 88 सेमी. बढ़ा है. जलस्तर बढ़ने से दोनों नदियों के किनारे शवों के दाह संस्कार में परेशानी आ रही है. सड़कों पर ही अंतिम संस्कार भी कराया जा रहा है. दारागंज घाट पर दाह संस्कार प्रशासन ने रोक दिया है.
गंगा-यमुना का जलस्तर:
- खतरे का निशान: 84.73 मीटर.
- चेतावनी बिंदु: 83.73 मीटर.
- गंगा- फाफामऊ: 82.35 मीटर.
- गंगा- छतनाग: 81.45 मीटर.
- यमुना नैनी: 82.04 मीटर.