प्रयागराज में समाजवादी पार्टी को तगड़ा झटका लगा है. पूर्व सांसद नागेंद्र सिंह पटेल ने सपा छोड़कर अपना दल (एस) का दामन थाम लिया है. अपना दल ने उन्हें तत्काल कौशाम्बी की चायल सीट से प्रत्याशी भी बना दिया है. सपा ने चायल सीट से पहले ही पूजा पाल को प्रत्याशी बनाया है. 2017 में चायल सीट से संजय कुमार गुप्ता भाजपा के टिकट पर विधायक बने थे.
इस चुनाव में भाजपा ने यह सीट समझौते में अपनी सहयोगी अपना दल (एस) को दे दी थी. इस सीट से टिकट के लिए कई नेता अनुप्रिया पटेल के संपर्क में थे. एकाएक बदले राजनीतिक घटनाक्रम में नागेंद्र सिंह पटेल ने बाजी मार ली. नागेंद्र सिंह पटेल सपा के बड़े नेता माने जाते थे. फूलपुर में हुए 2018 के उपचुनाव में नागेंद्र सिंह पटेल ने BJP को पटखनी दी थी. नागेंद्र सपा के प्रत्याशी थे और उन्होंने BJP प्रत्याशी कौशलेंद्र पटेल को 59613 वोटों से हराया था.
दरअसल, पूर्व सांसद नागेंद्र सिंह पटेल फूलपुर सीट से सपा से टिकट चाहते थे। लेकिन सपा ने मुस्तफा सिद्दीकी को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया. इसके बाद से नागेंद्र पटेल पार्टी से दूर होने लगे और अपना दल में शामिल होने के लिए तैयार हो गए. नागेंद्र सिंह पटेल का कहना है कि वह सपा के कार्यकर्ता थे और उन्हें टिकट नहीं मिला. मुस्तफा सिद्दीकी जिन्हें सपा से टिकट मिला है वह बहुजन समाज पार्टी से प्रतापपुर से विधायक थे वह बसपा से सपा में आए और उन्हें टिकट दे दिया गया.