प्रयागराज: जिले में समाजवादी पार्टी के टिकट पर अंतरराज्यीय गौ-तस्कर मुजफ्फर ने नैनी जेल में बंद रहते हुए ब्लाक प्रमुख पद का चुनाव जीत लिया है. आपको बता दें जिले के कौड़िहार ब्लाक से उसका पर्चा दाखिल हुआ था. कोर्ट की अनुमति मिलने के बाद वह नैनी जेल से ब्लाक में मतदान करने भी आया था.
प्रयागराज आईजी ने बताया कि मुजफ्फर शातिर किस्म का अपराधी है. वह पिछले लंबे समय से गौ-तस्करी के कारोबार में शामिल है. उसके गिरोह के खिलाफ सात जुलाई 2021 को ही पूरामुफ्ती पुलिस ने गैंगस्टर के तहत मुकदमा दर्ज किया है. मुजफ्फर पर गौ-तस्करी जैसे संगीम आरोपों में कुल 15 मुकदमे दर्ज हैं. उसकी तलाश में पुलिस जुटी हुई थी, पुलिस को यह भी जानकारी मिली थी कि वह ब्लाक प्रमुख के चुनाव में लोगों को प्रभावित कर सकता है. ऐसे में पुलिस लगातार उसके खिलाफ सख्ती बरत रही थी, उसके तमाम संभावित ठिकानों पर पुलिस की छापेमारी की कार्रवाई चल रही थी, इसी दौरान वह एक पुराने केस में कोर्ट में सरेंडर कर जेल चला गया.
मुजफ्फर को टिकट देने के बाद से ही यह प्रयागराज जनपद की यह सीट चर्चा का विषय बन गई थी. बीजेपी नेताओं का कहना है कि जहां एक तरफ सीएम योगी गो संरक्षण के लिए कान्हा गोशाला चला रहे हैं वहीं सपा गौ-हत्यारों को टिकट दे रही है. बीजेपी ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा है कि गौ-तस्कर को सपा ने प्रत्याशी बनाकर अपना असली चाल चरित्र जनता के सामने पेश कर दिया है. वहीं समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष योगेश यादव का कहना है कि राजनीति स्वार्थ और द्वेष के कारण उसपर पुलिस कार्रवाई कर रही है. यह सब योगी के इशारे पर हो रहा है.