प्रयागराज जंक्शन पर बुधवार को एक युवक और युवती को कुछ लोगों ने संदिग्ध अवस्था में बैठे देख उन्हें घेर कर पकड़ लिया. लड़की और लड़के धर्म अलग होने के कारण भीड़ ने उन्हें पुलिस को सौंप दिया. थाने में दिन भर पंचायत चली। शाम को लड़की के घर वाले कानपुर पुलिस के साथ पहुंच गए. दोनों को कानपुर पुलिस को सौंप दिया गया. सिविल लाइंस थाने में कोई लिखा पढ़ी नहीं हुई है.
कानपुर के जाजमऊ का रहने वाला दिलशाद अहमद पास की ही रहने वाली खुशी (काल्पनिक नाम) के साथ मंगलवार की रात कानपुर से फरार हो गया. दोनों भागकर प्रयागराज जंक्शन पहुंच गए. बुधवार की सुबह दोनों प्लेटफार्म नंबर छह पर बैठे थे. उन्हें परेशान देखकर आसपास कुछ लोग उनसे पूछताछ करने लगे. लड़के का नाम दिलशाद था. थोड़ी ही देर में वहां भीड़ लग गई. दोनों को पकड़कर पुलिस उन्हें थाने ले गई.
दिलशाद और खुशी का कहना था कि वे बालिग हैं. शादी करना चाहते हैं। घर वाले खिलाफ हैं, इसलिए वे हाईकोर्ट के किसी वकील से मिलना चाहते थे. सिविल लाइंस पुलिस ने तुरंत कानपुर पुलिस को सूचना दी. खुशी के घरवालों के साथ कानपुर पुलिस की टीम शाम को सिविल लाइंस पहुंची. प्रभारी इंस्पेक्टर सिविल लाइंस ने बताया कि लड़की के पिता यहां पर कोई कार्रवाई नहीं करना चाहते थे, इस कारण दोनों को कानपुर पुलिस को सौंप दिया गया.