पिछले कुछ दिनों से चल रही अटकलों पर बुधवार को विराम लगाते हुए मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया. विस्तार से पहले कई मंत्रियों की छुट्टी हो गई. केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार में 43 नेता केंद्रीय मंत्रियों ने शपथ ली. मंत्रिमंडल में क्षेत्र के साथ ही आगामी विधानसभा 2022 को ध्यान में रखकर सियासी गणित बैठाया गया है और मोदी कैबिनेट में सबसे ज्यादा तरजीह यूपी को मिली है. उत्तर प्रदेश से सात को कैबिनेट में शामिल किया गया है. इनमें से 5 लोकसभा सांसद और 2 राज्यसभा के सदस्य हैं.
महाराजगंज सीट से भाजपा सांसद पंकज चौधरी को राज्य मंत्री बनाया गया है. बीजेपी की सहयोगी अपना दल की अनुप्रिया सिंह पटेल को फिर से राज्य मंत्री बनाया गया है. वे मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में भी मंत्री थीं. आगरा से बीजेपी सांसद एसपी सिंह बघेल को भी राज्य मंत्री बनाया गया है. वे पहले सपा और बसपा में रह चुके हैं और लखनऊ की मोहनलालगंज संसदीय क्षेत्र से सांसद कौशल किशोर, जालौन सीट से सांसद भानु प्रताप वर्मा, बीएल वर्मा जो कि राज्यसभा में उत्तर प्रदेश से सदस्य हैं. साथ ही अजय मिश्र लखीमपुर खीरी से सांसद को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है.
कर्नाटक से राज्यसभा सांसद और उद्योगपति राजीव चंद्रशेखर और उडूपी (कर्नाटक) से बीजेपी की सांसद शोभा करंदजे को राज्य मंत्री के तौर पर शामिल किया गया है. जालौन से सांसद भानु प्रताप वर्मा को भी मंत्रिपरिषद में जगह मिली है. इनके अलावा सूरत की सांसद दर्शना विक्रम जरदोश भी राज्य मंत्री बनी हैं.
महिला चेहरों में मीनाक्षी लेखी को मंत्री बनाया गया है, वे नई दिल्ली सीट से सांसद हैं. झारखंड में कोडरमा से भाजपा सांसद अन्नपूर्णा देवी को भी मंत्री बनाया गया है. इनके अलावा चित्रदुर्ग (कर्नाटक) से सांसद नारायण सामी को मंत्रिपरिषद में राज्य स्तर के मंत्री के तौर पर शामिल किया गया है. उत्तर प्रदेश के कौशल किशोर को राज्य मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई है. वे उत्तर प्रदेश के मोहन लालगंज के सांसद हैं. नैनीताल से सांसद अजय भट्ट के अलावा राज्यसभा सांसद बीएल वर्मा को राज्य मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई है.
मोदी सरकार के नए कैबिनेट मंत्रीः
नारायण राणे, सर्वानंद सोनोवाल, डॉ. वीरेंद्र कुमार, ज्योतिरादित्य सिंधिया, रामचंद्र प्रसाद सिंह, अश्विनी वैष्णव, पशुपति कुमार पारस, किरेन रिजिजू, राजकुमार सिंह, हरदीप सिंह पुरी, मनसुख मांडविया, भूपेंद्र यादव, पुरुषोत्तम रूपाला, जी. किशन रेड्डी और अनुराग सिंह ठाकुर