चौफटका रेलवे क्रांसिंग पर शुक्रवार की सुबह करीब 6 बजे सब्जी विक्रेता उमेश चन्द्र(37) की ट्रेन से कटकर मौत हो गई. मौत की सूचना परिवार को मिली तो कोहराम मच गया. सात साल का मासूम बेटा अंकित प्रयागराज जंक्शन पर जीआरपी थाने के बाहर खड़ी एम्बुलेंस को एक टक देख रहा था. एम्बुलेंस में अंकित के पिता उमेश चन्द का शव था. उमेश ने गुरुवार की रात अंकित से फोन पर बात करते हुए वादा किया था कि वह शुक्रवार को घर आएंगे. शुक्रवार को उमेश तो नहीं उनका शव अंकित और परिवार के पास पंहुचा.
कौशाम्बी के भिलखा गांव के रहने वाले उमेश चन्द्र प्रयागराज के चकिया क्षेत्र में रहकर सब्जी बेचकर परिवार चलाते थे. उमेश परिवार से मिलने के लिए हर हफ्ते घर जाया करते थे. शुक्रवार को जीआपी ने तकरीबन दोपहर 12 बजे उमेश के घर वालों को उमेश की ट्रेन से कटकर मौत होने की जानकारी दी. उमेश के पिता श्री लाल अपने पौत्र अंकित व अन्य रिश्तेदारों के साथ बिलखते हुए जीआरपी थाने पंहुचे. बुजुर्ग श्रीलाल का बुरा हाल था और मृतक उमेश का मासूम बेटा बिल्कुल शांत. जीआपी के लोग भी मृतक के पिता और बेटे को शव दिखाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे. जैसे ही पता चला कि सामने खड़ी एम्बुलेंस में ही उमेश का शव है. पिता एम्बुलेंस की ओर दौड़ने लगे और मृतक का बेटा अंकित नंगे पांव डबडबाती आंखों से बस एम्बुलेंस को निहारते हुऐ अपने पिता के कभी न लौटने वाला इंतजार करने लगा.