प्रयागराज: पहाड़ी और मैदानी इलाकों में लगातार हो रही बरसात से जिले में गंगा और यमुना के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. छतनाग में गंगा सवा पांच सेमी तो नैनी में यमुना 10 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रही हैं.
बाढ़ इकाई की रिपोर्ट के अनुसार शनिवार की रात आठ बजे फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 79.08 मीटर, छतनाग में 77.15 मीटर और नैनी में 77.78 मीटर दर्ज किया गया. 24 घंटों में यमुना का जलस्तर 1.38 मीटर बढ़कर 77.78 पर पहुंच गया. जबकि गंगा फाफामऊ में प्रतिघंटे तीन सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रही हैं. हालांकि, यह अभी खतरे के निशान से बहुत नीचे है.
गंगा और यमुना दोनों नदियों के जलस्तर में बढ़ोत्तरी होने से आसपास के इलाकों में कटान का खतरा बढ़ गया है. जिला प्रशासन ने एक दिन पहले ही हाई एलर्ट जारी कर दिया था. बाढ़ के खतरे को देखते हुए निगरानी भी बढ़ा दी गई है. सिंचाई विभाग के इंजीनियरों का कहना है कि गंगा-यमुना का जलस्तर कुछ दिन तक बढ़ेगा. कानपुर बैराज से लगातार एक लाख 90 हजार क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जा रहा है.
वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश में बारिश का पानी भी यमुना के साथ निरंतर प्रयागराज आ रहा है. मध्यप्रदेश की पहाड़ियों से निकली टोंस का जलस्तर पांच मीटर तक बढ़ने से संगम के प्रवाह में अवरोध हो रहा है. दोनों नदियों का जलस्तर बढ़ते रहने और टोंस के अवरोध से गंगा के मैदानी क्षेत्र में पानी फैलना तय है.