उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की प्रायोगिक परीक्षा का गुरुवार को घोषणा कर दी गई. एग्जाम दो चरणों में होगा और जिसकी सीसीटीवी कैमरे से निगरानी कराई जाएगी. पहले चरण की परीक्षा तीन फरवरी से शुरू हो रही है, जबकि दूसरा चरण 13 फरवरी से शुरू होकर 22 फरवरी तक चलेगी. इंटरमीडिएट की परीक्षा के लिए यूपी बोर्ड परीक्षकों की तैनाती करेगा. वहीं, हाईस्कूल में आंतरिक मूल्यांकन प्रधानाचार्य के माध्यम से कराया जाएगा.
यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने प्रायोगिक परीक्षा का विस्तृत कार्यक्रम जारी करते हुए सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को तैयारी शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं. यूपी बोर्ड पहले ही हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की लिखित परीक्षाएं मार्च व अप्रैल में कराने का संकेत दे चुका है. हो सकता है कि जल्द ही परीक्षा कार्यक्रम का भी ऐलान हो जाए.
यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने बताया कि इंटरमीडिएट के प्रयोगात्मक विषयों में 50 प्रतिशत अंक आंतरिक परीक्षक व इतने ही अंक वाह्य परीक्षक देंगे. वहीं, व्यक्तिगत परीक्षार्थियों के लिए जो कॉलेज प्रयोगात्मक परीक्षा के लिए निर्धारित होगा, वहां संबंधित विषयों के शिक्षक 50 प्रतिशत अंक आंतरिक मूल्यांकन के तहत देंगे और वाह्य परीक्षक भी इतने ही अंक दे सकेंगे.
दो चरणों में होंगी प्रायोगिक परीक्षा-
पहला चरण- तीन फरवरी से 12 फरवरी तक : आगरा, सहारनपुर, बरेली, लखनऊ, झांसी, चित्रकूट, फैजाबाद, आजमगढ़, देवीपाटन व बस्ती मंडल में.
दूसरा चरण- 13 फरवरी से 22 फरवरी तक : अलीगढ़, मेरठ, मुरादाबाद, कानपुर, प्रयागराज, मीरजापुर, वाराणसी व गोरखपुर में.